सोमवार, 3 अगस्त 2015

जोशीमठ से तपोवन

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जोशीमठ में जहाँ चमोली से आकर जीप ने उतारा था पहले वहीँ एक प्लेट कढ़ी चावल खाये । जो आदमी कढ़ी चावल का ठेला लगाये हुए था उससे तपोवन का रास्ता पूछते पूछते बात शुरू हो गयी । दुःख होता है उस जैसे व्यक्ति की कहानी सुनकर । भाईसाब ने जियोग्राफी से एम. ए किया है लेकिन कहीं कोई काम नहीं मिल पाया और अब हम जैसे लोगों के लिए कढ़ी चावल बना रहे हैं लेकिन बहुत साफ़ सुथरे और स्वादिष्ट । उन्होंने ही मुझे बहुत सही तरीके से तपोवन का रास्ता समझाया और ये भी बता दिया कि जितना जल्दी संभव हो उतना जल्दी वापस भी लौट आना क्योंकि देर होने पर कोई साधन मिल पाना मुश्किल हो जाएगा । जोशीमठ के इस कोने से उस कोने तक जाने में 15 मिनट का समय लग गया होगा मतलब करीब एक किलोमीटर दूर रहा होगा तपोवन स्टैंड । नीचे बद्रीनाथ स्टैंड है और ऊपर तपोवन स्टैंड । जीप जैसे मेरा ही इंतज़ार कर रही थी । एक और सवारी की जरूरत थी उसे और मेरे बैठते ही गाडी चल दी । दोपहर का ढाई बज रहा होगा । धीरे धीरे पहाड़ी पर चढ़ते हुए गाडी शानदार सड़क पर चलती है । शुरू में रास्ता बहुत खराब है लेकिन फिर ठीक हो जाता है । रास्ता धौलीगंगा नदी के साथ साथ चलता रहता है !!रास्ते में पहले एक आईटीआई संस्थान आता है फिर एक पॉलिटेक्निक कॉलेज । अच्छा लगता है तकनीकी संस्थानों को देखकर । और भले कुछ मिनट के लिए ही सही अपना छात्र जीवन याद आ जाता है ।

तपोवन जोशीमठ से कोई 15 किलोमीटर की दूरी पर होगा लेकिन कुल मिलाकर एक घण्टा लग जाता है । सवारियां चढाने उतारने और कभी कभी दूर से आती दिखती सवारी का इंतज़ार करने में बहुत समय खा जाते हैं ये गाडी वाले । लेकिन यहाँ ये भी बात ध्यान देने की है कि ये सिर्फ हमारे लिए ही नही हैं । जिस स्थान पर तपोवन में जीप ने उतारा वहां पहले से ही तीन जीप और खड़ी थीं । उनसे जाने का समय पता कर लिया और ये भी कि मैं वापस जरूर आऊंगा और एक दूसरे का नंबर भी आदान प्रदान कर लिया । स्टैंड से 15-20 मिनट की पैदल दूरी पर स्थित है तपोवन का मन्दिर । छोटा सा क़स्बा है तपोवन । अपनी गाडी से जा रहे हैं तो पैदल चलने की नौबत नही आती । मंदिर तक गाडी पहुँच जाती है लेकिन जीप वाले आगे नही जाते । रास्ते में एक दुकान दिखी "चख लो जी" । यहां और सब खाने की चीजों के अलावा दो अलग तरह के नाम दिखे । अरज्या और थोकपा । कैसे होते हैं ? मैंने कभी खाये नही । आज खा के देखूंगा ।खाने की तो बात अलग मैंने इनके नाम भी कभी नही सुने मैंने । आपने सुने हैं क्या ? पहले मंदिर के दर्शन कर लें फिर खाएंगे ये दोनों चीज । देखते हैं कैसे होते हैं । पहले भगवान के दर्शन कर लिए जाएँ । चलता रहा । शिव भगवान् के दूत सांप ने स्वागत किया । एकांत लगता है । वीरान सा मंदिर है । बस दो तीन लोग नहाने वाले कुण्ड में खड़े कपडे धो रहे थे । मैंने इधर उधर पूरा घूम लिया । न कोई पुजारी न कोई पंडित । बैग वहीँ मंदिर के बरामदे में छोड़कर फ़ोटो लेने के लिए चला गया और जब लौटकर आया तो वहां एक पुजारी एक परिवार को इस मंदिर की कहानी सुना रहा था । वो शायद अभी मंदिर में अंदर दर्शन करके नही आये । किसी के माथे पर तिलक नही था । मैं सही सोच रहा था । मैं उनके पीछे ही हो लिया । परिवार में एक युवा जोड़ा और उनकी दो छोटी छोटी बच्चियां । बहुत खूबसूरत । महिला गज़ब की सुन्दर थी । अगर कुछ और न सोचें तो कहूँगा कि मैंने जिंदगी में फिल्मों के अलावा इतना खूबसूरत चेहरा कभी नही देखा । खूबसूरत लेकिन साथ में बहुत संस्कारित भी । उन्होंने मंदिर में भगवान् को 100 रूपये का चढ़ावा चढ़ाया । शर्मवश मुझे भी 10 रूपये चढाने पड़े । प्रसाद मिला उन्हें भी और मुझे भी । प्रसाद ग्रहण कर उस खूबसूरत चेहरे ने पुजारी के पाँव छुए और उनकी बच्चियों ने भी । इसीलिए मैंने लिखा संस्कारित । पुजारी ने मुझे एक आँख भी नही देखा । जरूरत भी नही थी । खूबसूरत चेहरा जब सामने हो तो मुझे कौन देखता ।

अब बैग उठाकर चलने का समय था । लौटते हुए "चख लो जी"  में अरज्या और थोकपा चख लिया जाए । अभी आखिरी गाडी निकलने में समय है । उस दुकान में पहुंचा तो इधर उधर दीवारों पर लगे चित्र देखकर अंदेशा हुआ कि ये डिश कहीं माषाहार में तो नही ? पूछा तो समझ गया ! ये माषाहारी डिश है ! बच गया ! मैं माषाहार नही करता इसलिए नहीं कि ब्राह्मण हूँ बल्कि इसलिए कि मुझे पसंद नही है ! ​

तपोवन कई मामलों में पहिचान पाये हुए है । यहां आपको गरम पानी का स्रोत मिलेगा । और ऐसा माना जाता है कि इस गरम पानी से त्वचा रोग ठीक हो जाते हैं । लेकिन ट्रैकर्स के लिए ये कुवारी पास जाने और चित्रकांठा जाने के लिए बेस के रूप में काम करता है ।

आज की यात्रा आज यहीं तक रहेगी ! अब आगे बद्रीनाथ जी चलेंगे !!


भगवान शिव का दूत ! स्वागत नही करोगे हमारा
तपोवन मंदिर











गरम पानी का स्रोत


ये धौलीगंगा के किनारे कोई मंदिर था !!






                                                                                                                       यात्रा जारी रहेगी : 

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