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मंगलवार, 8 सितंबर 2015

कोरोनेशन पार्क -2 : दिल्ली

इस यात्रा वृतांत को शुरू से पढ़ने के लिए कृपया यहां क्लिक करें !! 


अपनी इस भारत यात्रा के दौरान इंग्लैंड की महारानी ने वायसराय निवास के लिए उद्घाटन भी किया लेकिन ये जमीन बाद में उचित नही लगने पर वायसराय निवास के लिए रायसीना पहाड़ियों पर जगह ढूंढी गयी और वहां ये उद्घाटन का पत्थर लगा दिया गया ! यही वायसराय निवास आज भारत के राष्ट्रपति का निवास स्थान स्थान है जिसे हम राष्ट्रपति भवन कहते हैं ! वर्तमान रूप में जो राष्ट्रपति भवन है उसका निर्माण प्रथम विश्व युद्ध के बाद शुरू हुआ था और 1931 में जाकर पूरा हुआ !

भारत की आज़ादी के बाद इधर उधर लगी हुई अँगरेज़ राजाओं और उनके चमचों मतलब वायसरायों की मूर्तियों को मुख्य शहर से हटाकर एक जगह लाकर लगा दिया गया ! कुछ मूर्तियां राजपथ और इंडिया गेट से भी हटाई गयी। ये वो ही जगह थी जहाँ कभी दिल्ली दरबार लगा करते थे लेकिन आज़ादी के बाद इन्हें बिलकुल तन्हाई और निर्जन से स्थान में लगा दिया गया ! कालांतर में इसका सुधार होता गया और और आज की तारीख में देखने लायक बन पड़ा है !! इस पार्क में करीब 49 फ़ीट ऊँची और सबसे लम्बी किंग जॉर्ज पंचम की मूर्ति को ओबिलिस्क ( चतुष्कोणीय स्तम्भ ) के बिलकुल सामने स्थान दिया गया है !! इस मूर्ति को नई दिल्ली को डिज़ाइन करने वाले एडविन लुट्यन्स ने ही डिज़ाइन किया था !! इसे असल में इंडिया गेट के सामने से निकाल कर यहां लाया गया था और अगर आपने गौर किया हो तो इंडिया गेट के बिलकुल सामने एक खाली छतरी दिखती है , 1965 तक ही वहां थी उसके बाद वो कैनोपी खाली है !! यहां जितनी भी मूर्तियां लगी हैं उन में से बस एक दो ही पहिचान में आती है !! सबसे बड़ी मूर्ति किंग जॉर्ज की है , एक मूर्ति वायसराय लार्ड विलिंग्डन की है , बाकी किसकी हैं कोई नही जानता और न कहीं उनके नाम लिखे हैं !! 


आइये फोटो देखते हैं और जितना संभव है नाम जानते हैं :








Obelisk !! इसके बिल्कुल सामने ही किंग जॉर्ज की मूर्ति लगी है !!





पार्क की ये हालत हो जाती है बारिश के मौसम में !!



बच्चों के मनोरंजन का साधन भी है !!








लॉर्ड विलिंग्डन की मूर्ति
लॉर्ड विलिंग्डन की मूर्ति
वायसराय लॉर्ड हार्डिंग
वायसराय लॉर्ड हार्डिंग
वायसराय लॉर्ड हार्डिंग
ये किंग जॉर्ज पंचम ( King George V )
ये किंग जॉर्ज पंचम ! कौवे इसके ऊपर बैठे हैं , मूर्ति में नही बनाये गए हैं !!
कौवे इसके ऊपर बैठे हैं , मूर्ति में नही बनाये गए हैं !!

कितना लबादा पहन रखा है भाई ने !!
ये शायद ब्रिटिश हुकूमत का निशान है !!
ये भी ?
49 फ़ीट ऊँची है ये मूर्ति , जो 1965 में इंडिया गेट से यहां लाई गयी थी !!
Obelisk
ये पता नही कौन है ?

इसने भी खूब लबादा  पहना हुआ है !!

इसने भी खूब लबादा  पहना हुआ है !! ये इसके लबादे की ही फोटो
ये किंग जॉर्ज पंचम !
ये किंग जॉर्ज पंचम !






यहाँ गज़ब की बात है कि इस जगह जो भी लिखा है वो सिर्फ अंग्रेजी और उर्दू  में लिखा है !! हिंदी कहाँ है ?
ये शायद ब्रिटिश हुकूमत का निशान है !! और भी ज्यादा स्पष्ट

इंडिया गेट के सामने से यहीं से किंग जॉर्ज की मूर्ति को हटा कर कोरोनेशन पार्क में लगाया गया था !!

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