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मंगलवार, 5 जनवरी 2016

Rashtriya Dalit Prerna Sthal : Noida

​इस पोस्ट को लिखने से पहले एक दो बात स्पष्ट लिख देना चाहूँगा ! पहली बात इस पोस्ट को किसी भी तरह से राजनीतिक दृष्टिकोण से न देखा जाए और दूसरी बात ये कि इस पोस्ट के आधार पर मुझे किसी व्यक्ति विशेष या किसी राजनीतिक पार्टी विशेष का समर्थक न मान लिया जाए !

राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल जाने कब से जाना चाहता था किन्तु कोई संयोग ही नही बन पा रहा था ! आखिर दिसंबर महीने की 29 तारीख़ को मैंने अपनी बची हुई छुट्टी ली और गाज़ियाबाद से नॉएडा आ गया ! गाज़ियाबाद से लगभग हर 15 मिनट पर नॉएडा के लिए बस तथा अन्य साधन हमेशा उपलब्ध रहते हैं ! ऐसे नॉएडा और गाज़ियाबाद में बीएस एक सड़क का अंतर है ! NH -24 पार करिये इधर नॉएडा और उधर गाज़ियाबाद ! ​नॉएडा का सैक्टर 37 बहुत व्यस्त रहता है ! यहीं मेट्रो का बोटैनिकल गार्डन स्टेशन है तो अगर आप दिल्ली से आ रहे हैं तो सीधे मेट्रो से आ सकते हैं ! मेट्रो स्टेशन से बाहर निकलकर बस वाले चिल्लाते रहते हैं - हाईवे , परी चौक ! हाईवे , परी चौक ! हर एक मिनट पर बस उपलब्ध है ! हालाँकि आसानी से कोई बिठाता नही है लेकिन 10 रूपये दो तो ले जाएगा ! बस मुश्किल से 1-2 किलोमीटर ही दूर है ! पैदल बचने के चक्कर में बस में बैठा था लेकिन बस वाले ने बहुत आगे उतारा और फिर भी पैदल ही चलना पड़ गया ! हुआ ऐसे कि इस स्थल के पांच गेट हैं और नॉएडा की तरफ से 5 नंबर गेट पहले पड़ता है लेकिन बस वाले ने मुझे 1 नंबर गेट पर उतारा ! इस पार्क में एंट्री गेट नंबर 5 से होती है इसलिए अब पैदल चलकर 5 नंबर गेट पर जाना पड़ेगा ! एक नंबर गेट पर एक सुरक्षाकर्मी बैठा था उसे कहा भाई यहीं से घुसा ले ? टिकेट के 10 रूपये ले लियो ! वो नही माना ! फिर दुसरे गेट पर पहुंचा -उसे रिक्वेस्ट की ! पहले तो मना कर दिया ! मैंने उसे पूठा - आप इटावा के हो ? बोला हाँ - मैंने कहा मैं अलीगढ से हूँ ! ट्रिक आखिर में काम कर गई ! और उस सुरक्षाकर्मी ने अपनी जेब से वैध टिकट निकालकर मुझे गेट नंबर 2 से ही एंट्री दे दी ! टिकट का 10 रुपया लगता है !

नॉएडा के सैक्टर 95 में स्थित राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल उत्तर प्रदेश की महिला मुख्यमंत्री मायावती की देन है ! सिर्फ ये ही पार्क और बिल्डिंग नही बल्कि नॉएडा -ग्रेटर नॉएडा तथा लखनऊ में भी इस तरह का पार्क बनवाया है ! लगभग 700 करोड़ रूपये में बनकर तैयार हुआ ये पार्क 14 अक्टूबर 2011 को सामान्य जनता के लिए खोला गया ! लगभग 82 एकड़ में फैला ये दलित प्रेरणा स्थल और पार्क यमुना किनारे स्थित है हालाँकि यमुना दिखती तो नही है ! जब इसे बनवाया गया था तो ये सोचा गया था कि इस पैसे को टिकट बेचकर निकाल लिया जाएगा लेकिन वहां गिनती के लोगों को आये देखकर मुझे नही लगता कि इसके मेंटेनेंस का खर्चा भी टिकट से निकल पाता होगा ! इस प्रेरणा स्थल में दलित महापुरुषों और मायावती तथा काशीराम की मूर्तियां लगी हुई हैं ! लेकिन सिर्फ मूर्तियों पर गौर मत करियेगा , वहां लगे संगमरमर के पिलर और फाउंटेन इस पार्क को बहुत खूबसूरत बनाते हैं ! अलग अलग तरह के वृक्ष और उनका रखरखाव पर्यावरण को बहुत ही स्वच्छ रखने में मददगार हो रहे हैं ! ये एक ऐसा स्थान है जहां आप दलित वर्ग के उत्थान के लिए काम करने वाले महापुरुषों को करीब से जानते हैं , उन्हें पहिचानते हैं और उनकी उपलब्धियों को समझते हैं ! लेकिन इस सबको समझने के लिए जरुरी है कि आप वहां तक जाएँ और बिना किसी राजनीतिक नजर के जाएँ ! इस पार्क को तीन क्षेत्रों में विभाजित किया गया है ! मैं गेट नंबर 2 से तीसरे क्षेत्र में प्रवेश हुआ था इसलिए पहले आपको वहां के ही फोटो दिखाऊंगा , फिर आगे चलेंगे !! 

​आइये फोटो देखते हैं :


​ये पिलर कुल मिलाकर 26 हैं ! 13 इस तरफ और 13 उस तरफ

​​ये पिलर का बेस
​​ये पिलर का टॉप
​​ये पिलर का टॉप




गुरु घासीदास जी
गुरु घासीदास जी

गुरु रवि दास जी
गुरु रवि दास जी


बसपा संस्थापक काशीराम जी

बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर
बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर





बिरसा मुण्डा

शाहू जी महाराज
शाहू जी महाराज
शाहू जी महाराज





































                                                                                                                        ​​ जारी रहेगा :

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