tag:blogger.com,1999:blog-78019617435861298692024-03-10T08:15:57.485+05:30मुसाफ़िर चलता जा ........इस ब्लॉग में आप भारत वर्ष के नए नए स्थानों के विषय में लगातार पढ़ेंगे | घुमक्कडी का मतलब होता है बिना कुछ सोचे समझे झोला उठाये कहीं भी निकल पड़ना ! कहीं भी खा लेना और कहीं भी सो जाना ! इसलिए जिन्हें डनलप के गद्दे पर ही नींद आने की आदत हो गयी है वो घुमक्कडी का ख्वाब न पालें , हाँ वो टूरिस्ट जरूर हो सकते हैं ! तो आइये , देश को करीब से देखिये और महसूस करिये ....मेरे साथ ! Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.comBlogger267125tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-4873985408224603202024-02-04T19:13:00.000+05:302024-02-04T19:13:00.263+05:30Amarnath Yatra 2022: Day 1 पांच दिन जम्मू और उधमपुर के जाने -अनजाने स्थानों को घूम लेने के बाद कल से मुझे उस यात्रा पर निकलना था जिस यात्रा को करने के लिए मैं जम्मू आया था। अमरनाथ यात्रा ! अमरनाथ यात्रा कल यानि 29 जून 2022 से शुरू हो रही थी और आज 28 जून थी। मुझे पहले ही दिन अमरनाथ यात्रा पर जाना था और ये सोच समझकर लिया गया फैसला था क्यूंकि मैंने सोचा हुआ था कि जब भी अमरनाथ यात्रा पर जाऊँगा , पहले ही दिन जाऊँगा !Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-50840532340660590872024-01-01T17:22:00.002+05:302024-01-01T17:26:15.810+05:30Babor Temples : Manwal-Jammu बाबोर मंदिर: मनवालजम्मू सीरीज को शुरू से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक कर सकते हैं !यात्रा दिनांक : 29 जून 2022 काला डेरा मंदिर घूम के निकल आया था ! लौटते हुए उसी दुकान से , जिससे थोड़ी देर पहले ही कोल्ड ड्रिंक खरीदी थी , पानी की बोतल ले ली। गर्मी भयंकर थी और उस पर भी जून के आखिरी सप्ताह की दोपहर ! शरीर का पानी , पसीना बन के बाहर निकलता जा रहा था लगातार और इस कमी को Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-5954363491157941892023-12-24T16:09:00.002+05:302023-12-24T16:16:43.626+05:30Kala Dera Mandir: Manwal Jammu -Kashmir जम्मू सीरीज को शुरू से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक कर सकते हैं !काला डेरा मंदिर मनवालDate : 28 June 2022मानसर और सुरिंसर लेक घूमने के बाद वापस लौटने का समय हो गया था। मानसर लेक के बराबर में एक रास्ता जम्मू से आता हुआ दिख रहा था , ये शायद कुछ् शॉर्ट होगा मगर पब्लिक ट्रांसपोर्ट नहीं दिख रहा था इस रोड पर। केवल प्राइवेट वाहन या कुछ ट्रक ही आते -जाते दिख रहे थे।&Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com2Manwal 18212732.7697795 75.13082254.459545663821153 39.974572499999994 61.080013336178844 110.2870725tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-6034352193101510312023-12-02T11:43:00.001+05:302023-12-02T11:43:24.977+05:30Mansar and Surinsar Lake : Places to visit in Jammu and Udhampur जम्मू सीरीज को शुरू से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक कर सकते हैं : मानसर एवं सुरिंसर लेक : जम्मू -उधमपुर Date : 27 June 2022रेमण्ड के मालिक दूसरे बुजुर्गों की तरह ही लावारिस सडकों पर घूमते देखे गए ! ये बड़ी खबर थी मगर ये एहसास भी दे रही थी कि पैसा ही हमेशा ख़ुशी नहीं देता , इसके साथ और भी चीजों की जरूरत होती है , जैसे शौक ! एक कोई ऐसा शौक बगल में दबाए रखिये जो आपको खुश भी रखेYogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com2Jammu32.7266016 74.85702594.4163677638211567 39.7007759 61.036835436178848 110.0132759tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-91985726792529965792023-11-26T13:43:00.007+05:302023-12-24T16:20:14.122+05:30Krimchi temples: Udhampur जम्मू सीरीज को शुरू से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक कर सकते हैं : क्रिमची मंदिर (पांडव मंदिर): उधमपुर27 June-2022अनायासेन मरणं विनादैन्येन जीवनं । देहि मे कृपया शम्भो त्वयि भक्तिं अचन्चलं ॥ भगवान शिव से प्रार्थना करता हूँ कि मेरी मृत्यु अचानक हो जाए , जीवन बिना किसी रोग -बीमारी के गुजर जाए ! बस इतनी कृपा बनाए रखिए ! आज 27 जून 2022 है ! मैं अकेला ही जम्मू के रेलवे Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-70650434588037273232023-11-20T21:46:00.006+05:302023-12-24T16:22:54.981+05:30Places to visit in Jammu : Jamwant Gufa जम्मू सीरीज को शुरू से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक कर सकते हैं : जामवंत गुफा ,जम्मू 26 June-2022मुबारक मण्डी हेरिटेज से वापस लौट रहे थे , बिश्नोई जी बोले कि चलिए एक और जगह दिखा के लाता हूँ। मुश्किल से एक या डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित पीर खो है ! जामवंत की गुफाएं भी कहते हैं इस जगह को ! तो अब हम पीर खो नहीं बल्कि जामवंत गुफा ही लिखेंगे आगे। इस गुफा में Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-7854033722307907392023-11-05T15:46:00.003+05:302023-12-24T16:24:31.124+05:30Balidan Stambh-Mubarak Mandi : Jammu जम्मू सीरीज को शुरू से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक कर सकते हैं : 26 June-2022शाम होने में अभी कुछ देर बाकी थी ! शायद तीन या साढ़े तीन बजे होंगे जब मैं बहु बाग़ से बाहर निकला था। जिस गेट से एंट्री लिया था उससे दूसरे वाले गेट पर बाहर निकला था , यहां सुखराम बिश्नोई जी मेरा इंतज़ार कर रहे थे ! एंट्री गेट पर आपको चाय -पानी तक की भी कोई दुकान देखने तक को भी नहीं मिलती मगर इस वाले गेट पर न केवलYogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com7tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-73879388162122593812023-06-04T11:11:00.001+05:302023-11-05T11:10:25.423+05:30Bahu Fort Jammu जम्मू कश्मीर यात्रा फिर से एक और यात्रा पर निकला था लेकिन लिखने में बहुत देर हुई है , क्षमा चाहता हूँ आप सभी से ! लेकिन आपको इस यात्रा में कुछ जानी पहचानी और कुछ ऐसी जगहें दिखाने वाला हूँ जिन्हें आपने पहले कभी नहीं देखा होगा ! आपने शायद उनके बारे में कभी सुना भी नहीं होगा ! मैं जून 2022 में एक लम्बी और शानदार जम्मू कश्मीर यात्रा पर निकला था , कुल 14 दिन की यात्रा के लिए ! इसYogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com3tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-21888956199441173602023-04-08T17:36:00.002+05:302023-04-08T17:36:24.516+05:30Chandrakanta Mahal Vijaygarh Fort Sonbhadra सोनभद्र शहर का नाम आपने शायद नहीं सुना होगा और सुना भी होगा तो देखा बिलकुल नहीं होगा... लेकिन चंद्रकांता का नाम जरूर सुना होगा ! चंद्रकांता नाम से देवकीनंदन खत्री का एक टीवी सीरियल खूब चला था जिसके कुछ किरदार बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध हुए जिनमें यक्कू को कौन भूल सकता है ? चंद्रकान्ता&Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com6tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-23983675000670016292022-10-09T10:23:00.000+05:302023-06-24T17:25:39.618+05:30Kakbhushundi Trek Uttarakhand Blog : Day 7 From Farswan Top to Painka village अगर इस ट्रैक ब्लॉग को आप शुरू से पढ़ना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करिये ! रात जरुर बहुत मुश्किल थी लेकिन सुबह उतनी ही ठण्डी और सुहावनी थी मगर चाय के लिए न दूध बचा था न नीबू था इसलिए चाय बस ... चाय पत्ती और चीनी मिला हुआ गरम पानी ही था। हाँ ! मैग्गी जरूर मिल गई और गर्मागर्म मैग्गी खाकर शरीर में जान भी आ गई और .....गर्मी भी। इस भयंकर ट्रैक का ये आखिरी दिनYogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-59206813223259571322022-07-14T14:59:00.006+05:302023-06-24T17:25:55.200+05:30Kakbhushundi Trek Uttarakhand Blog : Day 6 From Brahma ghat to Farswan Topअगर इस ट्रैक ब्लॉग को आप शुरू से पढ़ना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करिये ! कल का दिन एक खराब दिन के बाद अच्छा गुजरा था और हम कागभुशुण्डि लेक तक पहुँचने के बाद ब्रह्मघाट रुक गए थे। ब्रह्मघाट में पानी की एक चौड़ी सी स्ट्रीम बह रही थी जो कल हमारे लिए water source थी लेकिन आज उसे पार करYogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-57017729652882391812022-05-12T16:49:00.002+05:302023-06-24T17:26:14.115+05:30Kakbhushundi Trek Uttarakhand Blog : Day 5 From Shila Samudra to Kagbhushundi to Bramghat अगर इस ट्रैक ब्लॉग को आप शुरू से पढ़ना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करिये ! आज एक बुरे दिन के
बाद की सुबह थी , एक आशा भरी सुबह थी। उत्साह उतना नहीं रह गया था लेकिन
जाना तो था ही और ये उत्साह भी थ्री इडियट के रस्तोगी केYogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com3tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-8493330985127626372022-03-03T17:28:00.003+05:302023-06-24T17:26:25.158+05:30Kakbhushundi Trek Uttarakhand Blog : Day 4 From Machhali Tal to Shila Samudra अगर इस ट्रैक ब्लॉग को आप शुरू से पढ़ना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करिये आज हमारा काकभुशुण्डि ट्रैक पर चौथा दिन था और सुबह एकदम शानदार थी। मौसम भी अच्छा दिख रहा था हालाँकि हाथी पर्वत अब भी बादलों में मुंह दबाये हुए था मगर मछली ताल की हमारी Campsite और आसपास एकदम खिली लेकिन ठण्ड से भरी हुई धूप महसूस हो रही थी। आज 8 सितम्बर 2021 है। सुबह नाश्ते में Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-85446937155445949452022-01-12T15:57:00.001+05:302023-06-24T17:26:33.948+05:30Kakbhushundi Trek Uttarakhand Blog : Day 3 From Raj Kharak to Machhli Tal अगर इस ट्रैक ब्लॉग को आप शुरू से पढ़ना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करिये कल शाम हम राजखरक से करीब दो किलोमीटर पहले ही रुक गए थे , अब आगे निकलते हैं ! आज 7 सितम्बर है और 2021 वां वर्ष चल रहा है। आज सुबह का स्वागत बारिश ने किया हमारा और हम टैण्ट में पड़े -पड़े इसके खत्म होने के इंतज़ार करते रहे। दस बजे के आसपास बारिश बंद हुई तो नाश्ता -पानी लेकर करीब पौने बारह बजे अपने Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com3tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-27063410797753366062021-12-27T17:52:00.005+05:302023-06-24T17:26:43.442+05:30Kakbhushundi Trek Uttarakhand Blog : Day 2 From Kaagi to Raj Kharak अगर इस ट्रैक ब्लॉग को आप शुरू से पढ़ना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करिये पहले दिन कागी पहुँच चुके थे। अब आगे निकलते हैं : कागी बड़ी प्यारी जगह है। खूब बड़ा मैदान है जहाँ बड़ी-बड़ी घास उगी हुई थी और नदी है, नदी के किनारे खूब सारे पेड़ दिख रहे हैं। कल हम कुल 16 किलोमीटर चले होंगे जिसमे से 3 किलोमीटर गोविंदघाट से पुलना तक जीप से आये थे और बाकी दूरी ट्रैकिंग की थी।&Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-15117352832817394002021-12-14T21:01:00.003+05:302023-06-24T17:26:51.781+05:30Kakbhushundi Trek Uttarakhand Blog : Day 1 From Bhyundar to Kaagi अगर इस ट्रैक ब्लॉग को आप शुरू से पढ़ना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करिये गोविंदघाट की रात बड़ी ठण्डी थी लेकिन हम भी गुरूद्वारे से लंगर छककर, रजाई ओढ़ के सोये पड़े रहे। सुबह -सुबह पांच बजे ही पवन चौहान जी के मोबाइल की घण्टी घरघराने लगी थी, मैंने सोचा -कि अलार्म होगा ! लेकिन पवन भाई ने फ़ोन उठाया और बात करने लगे ... बात करते करते उनके चेहरे के हाव भाव बदलते रहे। तब तक हम सभी चारों लोग Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com4tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-70038908539075557722021-12-08T17:12:00.005+05:302023-06-24T17:27:06.040+05:30Kakbhushundi Trek Uttarakhand Blog काकभुशुण्डि ! नाम सुनते हैं तो एकदम से रामायण में पहुँच जाते हैं। संत तुलसीदास जी ने रामचरितमानस के उत्तरकाण्ड में लिखा है कि काकभुशुण्डि परमज्ञानी रामभक्त हैं। रावण के पुत्र मेघनाथ ने राम जी से युद्ध करते हुये राम को नागपाश से बाँध दिया था। देवर्षि नारद के कहने पर गरूड़, जो कि सर्पभक्षी थे, ने Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com12tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-16951636020675471232021-10-09T15:37:00.006+05:302021-10-09T15:49:00.924+05:30Waterfalls in and around Mirzapur Uttar Pradesh मिर्ज़ापुर (यूपी ) के वाटरफॉल्स :कोरोना की भयानक दूसरी लहर के बाद ये पहला ब्लॉग लिख रहा हूँ। न जाने कितनों ने अपनी जान गंवाई , कितने अनाथ हो गए और कितने ही माँ-बाप असहाय हो गए !! उन सभी पुण्यात्माओं को अपने शब्दों के माध्यम से नमन और भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ !! मिर्ज़ापुर ! नाम तो सुना ही होगा ऐसे या वैसे ! वैसे सुना है तो परिभाषा को बदलना होगा आपको और ऐसे Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-71508269229078034002021-03-09T17:19:00.007+05:302021-03-10T13:31:54.001+05:30Places to visit in Vrindavan : Mathura मथुरा - वृन्दावन जाना मेरे लिए ऐसा है जैसे मैं अपने घर जा रहा हूँ लेकिन घर के आसपास भी कभी कभी इतना कुछ छूट जाता है कि उसे देखने के लिए बार -बार जाना होता है। कुछ नहीं भी छूटे तब भी घर की रोटी का स्वाद लेते रहना चाहिए। वो ही स्वादिष्ट पेड़े , वही गिलास भर के मीठी चाय जिसमे पानी नाम मात्र के लिए डालते हैं लेकिन गाजियाबाद ने और आज की परिस्थितियों ने आदत बिगाड़ Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com6tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-13573034240519588082020-10-27T14:48:00.002+05:302020-10-27T14:48:48.712+05:30Maheshwar : The Land of Maharani Ahilyabai इस यात्रा को शुरू से पढ़ना चाहें तो यहाँ क्लिक करिये Date of Journey : 07 Dec.2019 महेश्वर : मध्य प्रदेश उज्जैन पहुँचते -पहुँचते तीन बज गए थे दोपहर के और मेरे जो मित्र लोग थे हमारे GDS ग्रुप के , वो मंदिर में दर्शन की लाइन में लगे थे। संपर्क मुश्किल हो रहा था क्यूंकि फ़ोन सभी के बाहर ही रखवा लिए जाते हैं। GDSYogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com10tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-49451756036657641842020-09-09T17:13:00.003+05:302020-09-17T16:46:32.869+05:30Train Journey from Bhopal to Ujjain भोपाल से उज्जैन पैसेंजर ट्रेन यात्रा 06 December 2019 इस यात्रा को शुरू से पढ़ना चाहें तो यहाँ क्लिक करिये मुश्किल सफर था। साढ़े आठ बजे की ट्रेन रात 12 के भी बाद आई। विदिशा उतरने का
प्लान था और फिर वहां से साँची स्तूप के साथ -साथ दूसरी जगहों तक जाने का भी सोचा
था। ट्रेन चार घंटे लेट थी , तो ये सोचकर कि विदिशा भी चार घंटे लेट पहुंचेगी यानि
साढ़े Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com13tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-31955121065615741352020-08-31T15:06:00.004+05:302020-08-31T17:26:21.065+05:30Jain Temple in Deogarh (Lalitpur) : देवगढ़ का जैन मंदिर दशावतार मंदिर में ज्यादा देर नहीं लगी। ऑटो वाला बाहर ही इंतज़ार कर रहा था मेरा। बाहर आया , पानी की बोतल भरी और फिर से बैठ गया ऑटो में , चलो भाई ! जैन मंदिर चलते हैं। दशावतार मंदिर से 1 -1.5 किलोमीटर और आगे होगा जैन मंदिर। दोनों तरफ जबरदस्त हरियाली , घना जंगल और दूर से सुनाई पड़ती बेतवा नदी की आवाज। बहुत ही शांत और रमणीय स्थल। रहने -खाने की कोई सुविधा नहींYogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com4tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-27509797415385434512020-08-01T18:03:00.000+05:302020-08-31T15:06:33.680+05:30Dashavatara Temple, Deogarh (Lalitpur)-UP
दशावतार मंदिर , देवगढ़ (ललितपुर )
यात्रा दिनांक : 05 दिसंबर 2019
सुबह का समय था और घड़ी की सुइयां धीरे धीरे 10 बजने की तरफ बढ़ रही थीं जब ललितपुर जैसे छोटे से रेलवे स्टेशन से बाहर निकल रहा था। बड़े बड़े विक्रम टेम्पो तितर -बितर होकर आड़े -तिरछे जहाँ -तहाँ खड़े हुए थे। और तो और जो बाहर आने -जाने का रास्ता था उसके सामने भी टैंपो खड़े थे। मैं तो जैसे -तैसे निकल गया लेकिन महिलाओं को ,Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com8tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-91723628125541415552020-07-16T16:07:00.000+05:302020-09-02T17:30:34.274+05:30Passenger Train Journey from Jhansi to Lalitpur
झाँसी से ललितपुर पैसेंजर ट्रेन से यात्रा Date of Journey : 05 December 2019
इस यात्रा को मैंने आगरा कैंट से शुरू किया था और अब तक ग्वालियर- दतिया घूम चुका था। ग्वालियर लगभग पूरा देखने का मौका बन गया लेकिन फिर जाना चाहता हूँ वहां जैन मूर्तियों को फिर से देखने की बड़ी इच्छा है। और अब इस बार सिर्फ ग्वालियर में यही देखना है या फिर वो .....जो ग्वालियर के पास ही स्थित अंबाह Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-7801961743586129869.post-56967683739468636132020-07-03T16:06:00.000+05:302020-07-03T16:09:44.982+05:30Datia Mahal : Datia (M.P)
दतिया महल : दतिया
Date of Journey : 04 Dec.2019
दतिया ! मध्य प्रदेश का एक छोटा सा शहर जो माँ पीताम्बरा पीठ के होने से ज्यादा पहचाना जाता है। पीताम्बरा पीठ के दर्शन के लिए उस वक्त ज्यादा भीड़भाड़ नहीं थी। वैसे भी दोपहर में स्थानीय लोग मंदिर के दर्शन को नहीं जाते , या तो सुबह या शाम को आरती के समय उनका ज्यादा आना जाना रहता है। लेकिन मेरे लिए यही वक्त उचित था।
मंदिर से निकला तो Yogi Saraswathttp://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.com5